हाइलाइट्स:
✔ ISRO ने नए संचार सैटेलाइट का सफल प्रक्षेपण किया
✔ देश की संचार प्रणाली में होगा बड़ा सुधार
✔ नई तकनीक से लैस यह सैटेलाइट इंटरनेट और टेली कम्युनिकेशन को मजबूत बनाएगा
✔ प्रधानमंत्री ने ISRO वैज्ञानिकों को दी बधाई
ISRO का नया मिशन: भारत की डिजिटल क्रांति को मिलेगा बढ़ावा
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने आज एक और ऐतिहासिक सफलता हासिल करते हुए संचार सैटेलाइट (Communication Satellite) का सफल प्रक्षेपण किया। यह सैटेलाइट आधुनिक तकनीक से लैस है और इसके जरिए भारत की संचार प्रणाली को और अधिक मजबूत बनाया जाएगा।
ISRO के वैज्ञानिकों के अनुसार, यह सैटेलाइट देश के दूरदराज के क्षेत्रों में भी हाई-स्पीड इंटरनेट उपलब्ध कराने में मदद करेगा। इसके अलावा, यह मोबाइल नेटवर्क, टेलीविजन प्रसारण और सरकारी संचार तंत्र को भी और प्रभावी बनाएगा।
कैसे करेगा यह सैटेलाइट काम?
यह नया सैटेलाइट भू-स्थिर कक्षा (Geostationary Orbit) में स्थापित किया गया है, जिससे यह पूरे देश में स्थिर और तेज़ संचार सेवाएं प्रदान करेगा। इसके जरिए देश के गांवों, पहाड़ी इलाकों और अन्य दुर्गम स्थानों में भी बेहतर टेली-कम्युनिकेशन सुविधाएं मिल सकेंगी।
इस सैटेलाइट के मुख्य लाभ:
✅ बेहतर मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टिविटी
✅ टेलीविजन प्रसारण की गुणवत्ता में सुधार
✅ आपातकालीन संचार में मदद
✅ दूरस्थ क्षेत्रों में सरकारी सेवाओं को आसान बनाना
प्रधानमंत्री ने दी बधाई
सैटेलाइट लॉन्च के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ISRO वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा कि यह प्रक्षेपण ‘डिजिटल इंडिया’ मिशन को और अधिक गति देगा। उन्होंने कहा कि यह सैटेलाइट भारत की अंतरिक्ष तकनीक की बढ़ती ताकत को दर्शाता है और आने वाले वर्षों में इससे संचार क्षेत्र में क्रांति आएगी।
भारत की अंतरिक्ष ताकत को और मजबूती
यह नया संचार सैटेलाइट भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की उन हालिया उपलब्धियों में से एक है, जो भारत को ग्लोबल स्पेस पावर बनाने में मदद कर रही हैं। इससे पहले ISRO ने चंद्रयान-3 और आदित्य L1 मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया था।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह सैटेलाइट भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाएगा और देश के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूती प्रदान करेगा।