सूरजपुर :- सूरजपुर जिले के ओडगी थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां अंधविश्वास के कारण एक बुजुर्ग महिला की हत्या कर दी गई। सावारावा मन्ठापानी गांव में इस घटना ने समाज में फैले जादू-टोने की कुप्रथा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना का विवरण
पीड़िता ननकी बाई को आरोपी मुकेश ने अपने घर बुलाया, जहां परिवार के सदस्यों के साथ शराब पीने के दौरान उस पर जादू-टोने का आरोप लगाया गया। मुकेश की मां, मुन्नी बाई ने ननकी बाई पर उनके बड़े बेटे की आत्महत्या का दोष लगाया। इसके बाद मुकेश ने कुल्हाड़ी के पिछले हिस्से से ननकी बाई के सिर पर वार किया, और फिर उसके भाई मुकुम ने गला दबाकर हत्या कर दी।
हत्या के बाद चारों आरोपियों—मुकेश, उसकी मां मुन्नी बाई, भाई मुकुम और पिता—ने महिला की लाश को जंगल में फांसी का स्वरूप देने के लिए पेड़ पर लटका दिया।

पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सूरजपुर के एडिशनल एसपी संतोष महतो ने बताया कि यह मामला अंधविश्वास से प्रेरित था और समाज में जादू-टोना जैसी कुप्रथाओं के खतरों को उजागर करता है।
समाज में जादू-टोने की समस्या
आज के समय में भी समाज के कुछ हिस्सों में अंधविश्वास की गहरी जड़ें मौजूद हैं। इस प्रकार की घटनाएं न केवल मानवता को शर्मसार करती हैं, बल्कि यह दिखाती हैं कि शिक्षा और जागरूकता की कितनी कमी है।
समस्या का समाधान
- शिक्षा और जागरूकता अभियान: ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के माध्यम से अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता फैलाना आवश्यक है।
- कानूनी सख्ती: जादू-टोना और इससे जुड़ी हिंसा पर रोक लगाने के लिए कानून को और अधिक कठोर बनाना होगा।
- सामाजिक संगठनों की भागीदारी: NGOs और अन्य संगठनों को इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
संतोष महतो, एडिशनल एसपी, सूरजपुर
“यह मामला समाज में जादू-टोना जैसी कुप्रथाओं के गहरे प्रभाव को दिखाता है। हमें शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से ऐसे मामलों को रोकने के लिए सतत प्रयास करने होंगे।”