अंबिकापुर: सरगुजा पुलिस ने एक पंजीबद्ध अनाचार प्रकरण को निपटाने के नाम पर 10 लाख रुपये की रकम हड़पने और ब्लैकमेलिंग के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने 61 लाख रुपये की मांग की थी और पहली किस्त में 5 लाख रुपये लेने के बाद, दूसरी किस्त लेते समय पकड़े गए।
घटना का विवरण
मामले की शुरुआत 25 दिसंबर 2024 को हुई, जब शिकायतकर्ता सुभाष चंद्र अग्रवाल, निवासी मोवा, रायपुर, ने थाना कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि संतोष विश्वकर्मा नामक व्यक्ति ने उनसे संपर्क किया और पूर्व में पंजीबद्ध एक अनाचार प्रकरण को खत्म कराने के लिए 61 लाख रुपये की मांग की।
संतोष ने सुभाष को भरोसा दिलाया कि पैसे मिलने के बाद वह इस मामले को खत्म करवा देगा। संतोष ने एक फाड़ा हुआ 50 रुपये का नोट पहचान के रूप में दिया और कहा कि जब भुगतान किया जाएगा, तो नोट का दूसरा हिस्सा सौंपा जाएगा। इस लेन-देन की बातचीत 22 दिसंबर को रायपुर में हुई थी।
पैसे की डील और आरोपियों की योजना
संतोष विश्वकर्मा ने 24 दिसंबर को सुभाष को अम्बिकापुर बुलाया। शिकायतकर्ता ने पहली किस्त के रूप में 5 लाख रुपये नई गमछी में बांधकर दिए। पैसे लेने के बाद आरोपियों ने अगली किस्त के लिए 5 लाख रुपये की मांग की और अनन्या होटल के पास बुलाया।
पुलिस की रणनीति और कार्रवाई
शिकायतकर्ता की सूचना पर थाना कोतवाली पुलिस ने त्वरित कार्यवाही की योजना बनाई। पुलिस टीम ने शिकायतकर्ता को निर्देश दिया कि वह आरोपियों को दूसरी किस्त देने का नाटक करे। जब शिकायतकर्ता ने 5 लाख रुपये की अगली किस्त आरोपियों को सौंपी, तो पुलिस ने मौके पर छापा मारा।
आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उनके कब्जे से कुल 10 लाख रुपये नगद, एक आल्टो कार (CG/15/B/9051) और एक स्कूटी (CG/16/CN/5042) बरामद की।
गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया:
- संतोष विश्वकर्मा (34 वर्ष) – निवासी विश्रामपुर, सूरजपुर
- कमलेश देवांगन (39 वर्ष) – निवासी मनेन्द्रगढ़
- घनश्याम विश्वकर्मा (34 वर्ष) – निवासी मनेन्द्रगढ़
- एक अज्ञात महिला
पुलिस जांच और कबूलनामा
पूछताछ में आरोपियों ने अपराध को स्वीकार कर लिया। उन्होंने बताया कि महिला की मिलीभगत से यह साजिश रची गई थी। आरोपियों ने पुलिस के समक्ष कबूल किया कि पैसे मिलने के बाद वे शिकायतकर्ता को केस से बाहर निकालने का झांसा दे रहे थे।
बरामदगी और सबूत
- कुल नगद रकम: 10 लाख रुपये
- वाहन: आल्टो कार और स्कूटी
- पहचान के लिए फाड़ा गया 50 रुपये का नोट
कानूनी कार्यवाही
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 913/24, धारा 308(2), 308(7), 61(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। सभी आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
पुलिस टीम की भूमिका
इस पूरे मामले में थाना प्रभारी मनीष सिंह परिहार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने प्रभावी कार्यवाही की। टीम में उप निरीक्षक वंश नारायण शर्मा, रम्भा साहू, रश्मि सिंह, प्रधान आरक्षक शत्रुघ्न सिंह, महिला प्रधान आरक्षक राधा यादव, आरक्षक रमन मंडल, शिव मंगल और अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे।
सरगुजा पुलिस ने ब्लैकमेलिंग के एक संगीन मामले को सुलझाते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया और एक बड़ी साजिश को नाकाम किया। पुलिस की इस तत्परता और रणनीति की हर ओर सराहना हो रही है। यह घटना कानून और व्यवस्था के प्रति पुलिस की प्रतिबद्धता का एक बेहतरीन उदाहरण है।