सूरजपुर (छत्तीसगढ़): सूरजपुर जिले के डेडरी स्थित आदिवासी कन्या आश्रम में एक नौ वर्षीय छात्रा की मौत की खबर सामने आई है। छात्रा की मौत को लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। यह घटना उस समय हुई जब छात्रा ने गाल में दर्द की शिकायत की थी और बाद में खाना नहीं खाया, जिसके कारण उसकी मौत हुई या किसी अन्य कारण से, यह जांच का विषय है।

क्या है पूरा मामला?
सूरजपुर जिले के डेडरी स्थित आदिवासी कन्या आश्रम में कक्षा 2 में पढ़ाई कर रही सुरता गांव के मनोज सिंह की नौ वर्षीय पुत्री की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, छात्रा ने आश्रम की वार्डन से गाल में दर्द की शिकायत की थी। वार्डन ने उस पर पट्टी चिपकाई, और फिर छात्रा को स्कूल भेज दिया।
जब छात्रा स्कूल से लौटकर आई, तो उसने खाना और पानी नहीं पिया। अगली सुबह, जब वह नहीं उठी, तो उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और पूरी घटना की जांच शुरू कर दी है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
पुलिस अधीक्षक संतोष महतो ने बताया कि इस मामले को संदिग्ध मानते हुए जांच की जा रही है। “हमने सभी पहलुओं से मामले की जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति साफ हो सकेगी।”
मामला संदिग्ध होने के कारण, प्रशासन ने उच्च स्तर पर जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
आदिवासी कन्या आश्रम की स्थिति
सुरजपुर जिले के डेडरी में 50 सीटों का एक आदिवासी कन्या आश्रम संचालित किया जाता है, जिसमें आदिवासी क्षेत्र की बच्चियां शिक्षा प्राप्त करती हैं। यह आश्रम छात्रों के लिए एक सुरक्षित अध्ययन और आवास स्थल प्रदान करता है, लेकिन इस घटना ने संस्थान की सुरक्षा और व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जांच और प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद, जिले के अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को समझते हुए पूरी स्थिति की जांच करने का आश्वासन दिया है। जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि छात्रा की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई थी या फिर यह किसी दुर्घटना या अपराध का परिणाम थी।
“हम इस घटना की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। घटना के सभी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है, और जल्द ही हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मामले में आगे की कार्रवाई करेंगे।” – संतोष महतो, एडिशनल एसपी सूरजपुर