छत्तीसगढ़ की महतारी वंदन योजना से जुड़ी एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। उन पात्र महिलाओं के लिए एक और अवसर आ रहा है, जो पहले चरण में अपना पंजीकरण नहीं करवा सकीं। महिला एवं बाल विकास विभाग ने यह घोषणा की है कि योजना का पोर्टल फिर से खोला जाएगा, ताकि छूट गई महिलाएं भी इसका लाभ उठा सकें। इस संबंध में विभाग की मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने जानकारी दी है।
मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े की घोषणा
मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने शनिवार को बताया कि महतारी वंदन योजना का पोर्टल पुनः सक्रिय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो महिलाएं पहले नामांकन से वंचित रह गई थीं, उन्हें योजना में शामिल होने का एक और मौका मिलेगा।
गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में कार्यक्रम
शनिवार को गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के दौरे के दौरान मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने यह घोषणा की। वे मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत आयुष कॉलेज परिसर मरवाही में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में शामिल हुईं, जिसमें 148 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि यह पहली बार है जब महिलाओं के खातों में हर महीने एक हजार रुपये की सहायता राशि भेजी जा रही है। महतारी वंदन योजना की 11वीं किस्त जारी हो चुकी है।
विपक्ष के आरोपों का जवाब
मंत्री ने कहा कि विपक्ष द्वारा इस योजना को केवल चुनावी स्टंट बताया जा रहा है, लेकिन सच्चाई यह है कि यह योजना लगातार जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि जब तक भाजपा की सरकार है, महिलाओं के खातों में यह राशि नियमित रूप से भेजी जाती रहेगी।
योजना के दूसरे चरण की तैयारी
महतारी वंदन योजना के दूसरे चरण के बारे में मंत्री ने बताया कि पोर्टल निकाय चुनाव के बाद फिर से खोल दिया जाएगा। इससे उन महिलाओं को योजना का लाभ मिलेगा, जो पहले छूट गई थीं। इस योजना की शुरुआत मार्च 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी, जिसके तहत पात्र महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है।
नवदम्पतियों को आशीर्वाद और सुझाव
इसके अलावा, मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने विवाह समारोह में नवदम्पतियों को आशीर्वाद दिया और उनके सुखद जीवन की कामना की। उन्होंने नवविवाहितों से आग्रह किया कि वे अपने परिवारों को साथ लेकर चलें और सास-ससुर को माता-पिता के समान सम्मान दें। इस अवसर पर विभागीय योजनाओं पर आधारित एक कैलेण्डर का भी विमोचन किया गया।
बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ की शपथ
समारोह में मंत्री ने बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों और 21 वर्ष से कम उम्र के लड़कों का विवाह न कराने का संकल्प लें। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत अब 35 हजार रुपये की राशि सीधे लाभार्थियों के खातों में भेजी जा रही है।