सरगुजा जिले के कलेक्टर श्री विलास भोस्कर ने किसान के भेस में पेटला धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण कर एक अनोखा कदम उठाया। ट्रैक्टर से पहुंचे कलेक्टर ने टोकन प्रक्रिया से लेकर धान की तौल और ऑनलाइन एंट्री तक हर गतिविधि को करीब से देखा। किसानों से बातचीत के दौरान उन्होंने समस्याओं का आकलन किया और कर्मचारियों के व्यवहार का निरीक्षण किया।

कलेक्टर की सख्त चेतावनी: लापरवाही पर होगी कार्रवाई
कलेक्टर ने समिति प्रबंधकों को स्पष्ट निर्देश दिए कि:
- किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
- धान खरीदी प्रक्रिया पारदर्शी और समयबद्ध हो।
- कोचियों और बिचौलियों पर सख्त निगरानी रखी जाए।
- किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई होगी।
धान खरीदी केंद्र पर लिया फीडबैक
कलेक्टर ने न केवल व्यवस्थाओं को परखा, बल्कि तौलाई प्रक्रिया में धान की गुणवत्ता और वजन का भी निरीक्षण किया। कर्मचारियों को निर्देश दिया गया कि किसानों के प्रति सकारात्मक रवैया अपनाएं और उनकी समस्याओं का तुरंत समाधान करें।

सहकारी बैंक में किसानों के साथ खड़े हुए कलेक्टर
धान खरीदी के बाद कलेक्टर श्री विलास भोस्कर ने सहकारी बैंक का निरीक्षण किया। उन्होंने किसानों के साथ लाइन में लगकर पैसे निकाले और बैंकिंग प्रक्रियाओं को परखा।
- खाते से पैसे निकालने की प्रक्रिया का अनुभव लिया।
- नया पासबुक बनवाने के लिए आवेदन की प्रक्रिया समझी।
- किसानों से चर्चा कर बैंकिंग सेवाओं का फीडबैक लिया।
बैंक कर्मचारियों को दिए निर्देश:
- धान बिक्री के बाद किसानों को तुरंत भुगतान हो।
- बैंकिंग प्रक्रिया में देरी या किसी भी समस्या से बचा जाए।
- कर्मचारियों का व्यवहार किसानों के प्रति सहयोगात्मक और सकारात्मक हो।
किसान हित में लिया गया निर्णय
कलेक्टर के इस कदम ने प्रशासन और किसानों के बीच विश्वास को मजबूत किया। यह दिखाता है कि सही नेतृत्व और निगरानी से किस तरह से धान खरीदी और बैंकिंग प्रक्रियाओं में सुधार किया जा सकता है।
क्यों है यह घटना महत्वपूर्ण?
यह घटना न केवल प्रशासनिक व्यवस्था को सुधारने का एक बेहतरीन उदाहरण है, बल्कि यह दिखाती है कि कैसे अधिकारियों का जमीनी स्तर पर जुड़ाव किसानों के हितों की रक्षा कर सकता है। कलेक्टर की यह पहल किसानों के लिए एक सकारात्मक संदेश है और अन्य जिलों के लिए प्रेरणा भी।
किसान और प्रशासन के बीच पारदर्शी और सहयोगात्मक संबंध स्थापित करना जरूरी है। कलेक्टर श्री विलास भोस्कर का यह निरीक्षण प्रशासनिक जवाबदेही और किसानों के अधिकारों को सुनिश्चित करने का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।