छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्सों में मौसम का अचानक बदलाव देखने को मिल रहा है। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय फेंगल तूफान के कारण ठंड में मामूली राहत मिली है, लेकिन आसमान में छाए बादल और बारिश की संभावना ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है।
ठंड से राहत, लेकिन बारिश का डर
पिछले पखवाड़े से सरगुजा संभाग में कड़ाके की ठंड पड़ रही थी। नवंबर में रिकॉर्ड तोड़ ठंड ने आम जनता को बेहाल कर दिया था। अम्बिकापुर में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिससे ठंड का असर अभी भी महसूस हो रहा है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ यदि और ताकतवर होता है, तो बारिश की संभावना बढ़ सकती है।
किसानों के लिए मुश्किल समय
बारिश की संभावना ने सबसे अधिक किसानों को प्रभावित किया है। इस मौसम में फसलों के लिए बारिश नुकसानदेह हो सकती है। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सतर्क रहने और फसलों की सुरक्षा के उपाय अपनाने की सलाह दी है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विशेषज्ञों ने बताया है कि:
- बंगाल की खाड़ी में फेंगल तूफान सक्रिय है।
- आने वाले दिनों में ठंड और बारिश दोनों के बढ़ने की संभावना है।
- पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से सरगुजा और आसपास के इलाकों में तेज़ हवाएं और बारिश हो सकती है।
अम्बिकापुर और सरगुजा की स्थिति
अम्बिकापुर में बादल छाए रहने से तापमान में गिरावट आई है। ठंड की शुरुआत के बावजूद, बारिश नहीं होने से कुछ लोगों ने राहत की सांस ली है। सरगुजा संभाग में किसान और कृषि समिति प्रबंधक स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
प्रभावित जनता और प्रशासन की तैयारी
प्रशासन ने आम जनता और किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी है। ठंड और बारिश के संभावित प्रभावों को देखते हुए गर्म कपड़े पहनने और फसलों के बचाव के लिए उचित कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया गया है।