सरगुजा (अम्बिकापुर): सरगुजा जिले के अम्बिकापुर में कोतवाली पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है, जो अवैध देशी पिस्टल लेकर शहर में बड़ी घटना को अंजाम देने के इरादे से घूम रहे थे। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के बाद उनके कब्जे से एक देशी पिस्टल बरामद किया है, और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
घटना का विवरण:
मामले का खुलासा करते हुए जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, अमोलाक सिंह ढिल्लों ने बताया कि कोतवाली पुलिस को एक मुखबिर से सूचना मिली कि दो युवक मोटरसाइकिल पर सवार होकर ग्राम सोनपुर में अवैध देशी पिस्टल लेकर घूम रहे हैं और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए अपने दल-बल के साथ घेराबंदी की और मौके पर पहुंचकर इन युवकों को गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तारी और पिस्टल बरामदगी:
पुलिस ने बताया कि युवकों की तलाशी में उनके पास से एक अवैध देशी पिस्टल बरामद हुई। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि यह देशी पिस्टल वे उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर से लेकर आए थे। पुलिस ने बताया कि इन युवकों का इरादा सर्गुजा जिले में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने का था, जो समय रहते नाकाम कर दिया गया।
आरोपियों की पहचान और उनका इतिहास:
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी कोतवाली थाना क्षेत्र के मंगरढोढा बौरिपारा के निवासी हैं। पुलिस ने उनके बारे में बताया कि आरोपियों का आपराधिक इतिहास हो सकता है और वे किसी संगठित अपराध से जुड़े हो सकते हैं। हालांकि, अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस ने इस मामले में आगे की जांच तेज कर दी है ताकि आरोपियों के अन्य आपराधिक गतिविधियों का खुलासा हो सके।
आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज:
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। अवैध हथियार रखने और उसे सार्वजनिक स्थान पर ले जाने के आरोप में दोनों युवकों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ये युवक हथियार लेकर किस उद्देश्य से घूम रहे थे और क्या उनका कोई नेटवर्क है।
पुलिस का बयान:
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलाक सिंह ढिल्लों ने कहा, “हमारी टीम ने समय रहते बड़ी घटना को रोक लिया है। इन युवकों का इरादा गंभीर था, लेकिन पुलिस की तत्परता और सतर्कता से उनकी योजना नाकाम हो गई। हम मामले की जांच कर रहे हैं और इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है।”
आगे की कार्रवाई और जांच:
पुलिस अब यह जांच कर रही है कि आरोपियों के पास से बरामद की गई देशी पिस्टल का स्रोत क्या है और ये पिस्टल किस तरह से सुलतानपुर से सर्गुजा तक पहुंची। इसके अलावा पुलिस आरोपियों के संबंधों और उनके आपराधिक नेटवर्क का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है। पुलिस ने यह भी कहा कि इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं, क्योंकि आरोपियों के पास से बरामद हथियार के बारे में कई सुराग मिल चुके हैं।
जिले में पुलिस की कड़ी नजर:
पुलिस अधिकारियों ने यह भी कहा कि जिले में अवैध हथियारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलाक सिंह ढिल्लों ने बताया कि पुलिस ने जिले भर में अवैध हथियारों की तस्करी और उपयोग को रोकने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। इसके तहत पुलिस लगातार गश्त करती है और संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी रखती है। उन्होंने नागरिकों से भी अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में पुलिस को सूचित करें ताकि अपराधों को रोका जा सके।
मुखबिरों और सूचना तंत्र का अहम योगदान:
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस गिरफ्तारी में मुखबिर तंत्र का अहम योगदान रहा है। पुलिस विभाग के मुखबिरों की सक्रियता के कारण ही समय रहते सूचना प्राप्त हो सकी और घटना को अंजाम देने से पहले ही युवकों को पकड़ लिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस विभाग अपने मुखबिर तंत्र को और मजबूत करने के प्रयास कर रहा है, ताकि अपराधों को पहले से रोका जा सके।
निष्कर्ष:
सरगुजा जिले में यह गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। पुलिस ने अपनी तत्परता से एक गंभीर अपराध को रोक लिया। अब पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि आरोपियों के बारे में पूरी जानकारी मिल सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे अकेले नहीं थे। पुलिस का कहना है कि वे किसी भी सूरत में अवैध हथियारों के कारोबार को बढ़ावा नहीं देंगे और इस पर पूरी तरह से कड़ी नजर रखेंगे।