अंबिकापुर:- छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जिसमें एक युवक का अपहरण कर उसे बुरी तरह से पीटा गया। यह घटना रविवार को हुई, जब आधा दर्जन से अधिक आरोपियों ने पीड़ित युवक को शहर से बाहर एक गांव में ले जाकर उसे निर्माणाधीन मकान में पिलर से बांध दिया और जमकर पिटाई की। यह घटना उस समय सामने आई जब पीड़ित के दोस्त ने स्थिति को देख पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवक को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया।
अंबिकापुर के ग्राम सोहगा खर्रापारा का मामला
पीड़ित युवक जितेन्द्र कूजूर (30), जो ग्राम सोहगा खर्रापारा का निवासी है, ने कोतवाली थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई। उसने बताया कि 29 दिसंबर को वह शहर के महामाया चौक स्थित एक सैलून में सेविंग करा रहा था। उसी दौरान उसे रसूलपुर निवासी सोहेल बंगाला, सैफ बंगाला, मतलुम आलम और कांतिप्रकाशपुर के शिव कुमार चौहान सहित 2-3 अन्य युवक मिले और उसे यह कहकर कांतिप्रकाशपुर बुलाया कि “इकबाल ने तुम्हें बुलाया है”।
अपहरण और मारपीट का सिलसिला
जितेन्द्र को जबरन कार में बैठाकर कांतिप्रकाशपुर ले जाया गया। वहां पहुंचने पर आरोपियों ने पुराने जमीन विवाद को लेकर गाली-गलौज शुरू कर दी और पैसे की मांग करने लगे। इस दौरान उन्होंने जितेन्द्र के दोनों मोबाइल फोन छीन लिए और उसे धमकाया कि यदि जमीन का पैसा दिया जाए तो उसे छोड़ दिया जाएगा। जितेन्द्र ने आरोपियों से बचने के लिए बहाना बनाकर अपने दोस्त अकिल का फोन लिया और डायल 112 को कॉल किया।
पुलिस की कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस को जानकारी मिलने के बाद वे घटनास्थल पर पहुंची और आरोपियों को समझाकर चले गए। लेकिन जैसे ही पुलिस वहां से गई, आरोपियों ने जितेन्द्र को जबरदस्ती कुर्सी पर बांध दिया और निर्माणाधीन मकान के पिलर से रस्सी से बांधकर उसकी बुरी तरह पिटाई की। जितेन्द्र ने जब विरोध किया, तो आरोपियों ने महिलाओं को सामने लाकर भी विवाद खड़ा कर दिया।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
पुलिस ने पीड़ित युवक की रिपोर्ट के आधार पर चार नामजद आरोपियों समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
यह घटना अंबिकापुर के लिए एक गंभीर मामला बन चुकी है और पुलिस प्रशासन ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।