अन्न्ना हजारे ने अमित शाह की टिप्पणी पर सफाई देते हुए कहा कि उनका समर्थन हमेशा जनहित और पारदर्शिता के लिए रहा है।भारत के वरिष्ठ समाजसेवी और गांधीवादी नेता अन्ना हजारे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया दी है। शाह ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के संदर्भ में कहा था कि “अन्ना हजारे को अब पछतावा हो रहा होगा कि उन्होंने किसे समर्थन दिया था।” इस टिप्पणी को आम आदमी पार्टी और उसके नेता अरविंद केजरीवाल की आलोचना के रूप में देखा गया।अन्ना हजारे ने इस पर सफाई देते हुए कहा, “मेरा उद्देश्य हमेशा भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना रहा है। मैं किसी भी राजनीतिक दल या व्यक्ति विशेष का समर्थन नहीं करता। मेरा आंदोलन जनलोकपाल की स्थापना और पारदर्शिता लाने के लिए था।”
अन्ना हजारे का स्पष्ट संदेश:
हजारे ने अपने बयान में यह भी कहा कि उनके आंदोलन का मकसद जनहित में सुधार लाना और सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करना था। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनका संघर्ष न तो किसी विशेष पार्टी के खिलाफ था और न ही किसी के समर्थन में।
शाह की टिप्पणी और राजनीतिक प्रतिक्रिया:
अमित शाह के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। विपक्षी दलों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है, जबकि भाजपा के समर्थक शाह के बयान को उचित ठहराने की कोशिश कर रहे हैं।
आंदोलन जनहित और पारदर्शिता के लिए
अन्ना हजारे की प्रतिक्रिया ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनका आंदोलन जनहित और पारदर्शिता के लिए था, न कि किसी राजनीतिक लाभ के लिए। यह बयान राजनीतिक माहौल में नई बहस को जन्म दे सकता है, खासकर आगामी चुनावों के मद्देनजर।