रामानुजगंज नगर के वार्ड क्रमांक 12 के निवासी और 62 वर्षीय प्रतिष्ठित व्यवसायी बंसीधर गुप्ता, जो घुटने के दर्द से बेहद परेशान थे, अब दौड़ने में सक्षम हैं। तिल के तेल की मालिश और गर्म सिकाई ने उनके घुटने के दर्द को ऐसा आराम दिया कि वह बिना किसी दवा और सर्जरी के स्वस्थ हो गए। यह घरेलू उपाय अब न केवल उनकी बल्कि सैकड़ों अन्य लोगों की जिंदगी बदल चुका है।

घुटने के दर्द की शुरुआत और इलाज की लंबी खोज
बंसीधर गुप्ता का वजन 120 किलो था, और घुटने का दर्द उनके जीवन को प्रभावित कर रहा था। उन्हें चलने-फिरने में कठिनाई हो रही थी। डॉक्टरों ने उन्हें सलाह दी कि वजन कम करें और घुटने का इलाज कराएं, अन्यथा उनकी घुटने की हड्डी घिस सकती है। इलाज की तलाश में उन्होंने देश के कई बड़े अस्पतालों का रुख किया, जिनमें वेल्लोर, बनारस, रांची, दिल्ली के गंगाराम अस्पताल जैसे प्रतिष्ठित नाम शामिल हैं।
हालांकि, लंबी दवाइयों और खर्चीले इलाज के बावजूद उन्हें राहत नहीं मिली। घुटने में कट-कट की आवाज और दर्द जस का तस बना रहा।
घरेलू उपाय ने बदली जिंदगी
इसी दौरान, किसी ने बंसीधर गुप्ता को तिल के तेल का सुझाव दिया। उन्होंने तीन महीने तक नियमित रूप से तिल के तेल को गर्म करके घुटनों पर लगाया और कपड़े की पोटली से सिकाई की। इसके बाद उनके घुटने का दर्द पूरी तरह से खत्म हो गया। जो व्यक्ति चलने-फिरने में असमर्थ था, वह अब दौड़ने में सक्षम है।
उन्होंने बताया, “घुटने में जो कट-कट की आवाज आती थी, वह भी बंद हो गई है। मैंने दवाइयां छोड़ दीं और सिर्फ तिल के तेल पर भरोसा किया। अब मेरा वजन 120 किलो से घटकर 109 किलो हो गया है, और मुझे चलने-फिरने में कोई परेशानी नहीं है।”
कैसे करें तिल के तेल का उपयोग?
बंसीधर गुप्ता ने बताया कि तिल के तेल का उपयोग बहुत आसान है। इसे आप घर पर ही आसानी से कर सकते हैं।
- तिल के तेल को गर्म करें: तिल का तेल हल्का गर्म करें, ताकि वह त्वचा पर सहने लायक हो।
- घुटनों की मालिश करें: तेल को घुटने के आगे और पीछे अच्छी तरह लगाकर मालिश करें।
- गर्म पोटली से सिकाई करें: एक साफ कपड़े में गर्म नमक या तिल का तेल डालकर पोटली बना लें और इसे घुटनों पर लगाएं।
- नियमितता बरतें: यह प्रक्रिया दिन में एक बार जरूर करें और कम से कम तीन महीने तक इसका पालन करें।
सैकड़ों लोगों को मिला आराम
बंसीधर गुप्ता ने इस नुस्खे को दूसरों के साथ साझा किया। उनके मुताबिक, अब तक 150 से अधिक लोगों ने यह घरेलू उपाय अपनाया है और घुटने के दर्द से राहत पाई है। उन्होंने बताया कि कई बुजुर्ग जो हताश और निराश हो चुके थे, उन्हें भी तिल के तेल से फायदा हुआ।
घरेलू उपाय की ताकत
घुटने का दर्द एक आम समस्या है, खासकर अधिक वजन वाले और बुजुर्ग लोगों में। यह समस्या न केवल शारीरिक कष्ट देती है, बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ाती है। बंसीधर गुप्ता का यह अनुभव बताता है कि घरेलू उपाय, जैसे तिल के तेल की मालिश और गर्म सिकाई, न केवल दर्द को कम करते हैं, बल्कि जीवन को फिर से सक्रिय बना सकते हैं।
तिल के तेल के फायदे
तिल का तेल अपने औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है। यह न केवल दर्द को कम करता है, बल्कि जोड़ों की सूजन को भी नियंत्रित करता है। तिल के तेल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो घुटने के दर्द के लिए फायदेमंद हैं। यह हड्डियों को मजबूत करता है और जोड़ों को चिकनाई प्रदान करता है।
अन्य लोग भी अपनाएं यह नुस्खा
यदि आप या आपके परिवार का कोई सदस्य घुटने के दर्द से परेशान है, तो तिल के तेल का यह नुस्खा जरूर अपनाएं। यह न केवल सुरक्षित है, बल्कि प्रभावी भी है। नियमित उपयोग से आपको भी बंसीधर गुप्ता की तरह राहत मिल सकती है।
घुटने का दर्द किसी भी व्यक्ति के जीवन को प्रभावित कर सकता है, लेकिन इसका समाधान जटिल या महंगा होना जरूरी नहीं। बंसीधर गुप्ता का अनुभव बताता है कि घरेलू उपाय, जैसे तिल के तेल की मालिश और गर्म सिकाई, घुटने के दर्द का प्राकृतिक और प्रभावी उपचार हो सकता है। यह नुस्खा अब सैकड़ों लोगों के जीवन को बदल चुका है। आप भी इसे अपनाकर अपने घुटने के दर्द से निजात पा सकते हैं।