अंबिकापुर:- 19 दिसंबर 2024 का दिन छत्तीसगढ़ के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हुआ। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल पर रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर हवाई सेवा का शुभारंभ किया। इस नई सेवा ने न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को सुदृढ़ किया है, बल्कि राज्य के आर्थिक और पर्यटन विकास में भी नए आयाम जोड़े हैं।
सरगुजा का ऐतिहासिक कदम
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस सेवा को छत्तीसगढ़ के विकास के लिए ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह सेवा क्षेत्रीय कनेक्टिविटी का प्रतीक है और इससे सरगुजा और बस्तर जैसे दूरस्थ इलाकों में परिवहन और आर्थिक गतिविधियों को नई गति मिलेगी। इस सेवा का प्रारंभिक किराया मात्र 999 रुपये रखा गया है, जो इसे आम जनता के लिए किफायती बनाता है।
शुभारंभ के मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो बदलाव देश में आया है, उसका यह एक बड़ा उदाहरण है। उनकी परिकल्पना थी कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई यात्रा कर सके, और आज वह सपना साकार हो रहा है।”
अंबिकापुर एयरपोर्ट का उन्नयन
सरकार ने 80 करोड़ रुपये की लागत से अंबिकापुर स्थित माँ महामाया एयरपोर्ट का विकास किया है। इसे थ्री सी वीएफआर श्रेणी का लाइसेंस प्राप्त हुआ है, जो इसे 72-सीटर विमानों के संचालन के लिए उपयुक्त बनाता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अंबिकापुर को वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, दिल्ली और कोलकाता से जोड़ने की योजना पर भी कार्य चल रहा है।
पर्यटन और निवेश को बढ़ावा
सरगुजा और छत्तीसगढ़ में पर्यटन और निवेश को बढ़ावा देने के लिए यह सेवा एक महत्वपूर्ण कदम है। गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व, रामगढ़ की पहाड़ियां, और चित्रकोट जलप्रपात जैसे पर्यटन स्थलों तक अब पहुंच आसान हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि नई उद्योग नीति में होम स्टे और रिसॉर्ट्स को विशेष प्रोत्साहन दिया गया है, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
सांसद चिंतामणि महाराज बने पहले यात्री
इस ऐतिहासिक अवसर पर सरगुजा के सांसद चिंतामणि महाराज सपत्नीक पहले यात्री बने। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय उड्डयन मंत्री, और मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। सांसद ने कहा कि यह सेवा सरगुजावासियों के लिए गर्व की बात है और इससे पूरे क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी।
विमान सेवा के पहले दिन का उत्सव
एयरपोर्ट पर विमान सेवा के शुभारंभ के दौरान उत्सव का माहौल रहा। लोक नृत्य और पारंपरिक संगीत से यात्रियों का स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने इस सेवा के पहले विमान को झंडी दिखाकर बिलासपुर के लिए रवाना किया। बिलासपुर के लिए यात्रा करने वाले यात्रियों ने इस सेवा को सराहा और इसे एक क्रांतिकारी कदम बताया।
फ्लाई बिग की सेवाएं
इस सेवा का संचालन फ्लाई बिग चार्टर कंपनी द्वारा किया जा रहा है। प्रारंभिक रूप से 19-सीटर ट्विन ऑटर विमान उपयोग में लिए जा रहे हैं। सप्ताह में तीन दिन – गुरुवार, शुक्रवार, और शनिवार को यह सेवा उपलब्ध होगी। आने वाले समय में बड़े विमानों के संचालन की भी योजना है।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
इस नई हवाई सेवा के जरिए न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि व्यापार और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। मेडिकल और शिक्षा के क्षेत्र में भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। समय की बचत और सुविधाजनक यात्रा विकल्पों के कारण यह सेवा राज्य के निवासियों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने में मदद करेगी।
आगे की योजना
सरगुजा को अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ने की योजना पर तेजी से काम हो रहा है। एयरपोर्ट के विस्तार और अधोसंरचना उन्नयन के साथ ही, राज्य सरकार का लक्ष्य है कि अगले चार वर्षों में छत्तीसगढ़ को विमानन क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जाए।
छत्तीसगढ़ के लिए एक नया युग
इस नई सेवा के शुभारंभ ने छत्तीसगढ़ में परिवहन, पर्यटन, और आर्थिक विकास के लिए एक नई शुरुआत की है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर सभी नागरिकों से इस सेवा का लाभ उठाने और राज्य के विकास में भागीदार बनने का आह्वान किया।