छत्तीसगढ़ के सीतापुर विधानसभा क्षेत्र में पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत और सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो के बीच प्रहरी भर्ती को लेकर तीखी बहस छिड़ी हुई है। यह विवाद क्षेत्र की सुरक्षा और रोजगार से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित है, जो जनता के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।
- पूर्व मंत्री अमरजीत भगत का आरोप
- अमरजीत भगत ने प्रेस वार्ता में सीतापुर क्षेत्र में बढ़ती चोरी की घटनाओं का हवाला देते हुए प्रहरी भर्ती न होने पर सवाल उठाए।
- उन्होंने कहा, “ऐसे वादे न करें, जो पूरे न कर सकें।”
- विधायक रामकुमार टोप्पो का पलटवार
- रामकुमार टोप्पो ने पूर्व मंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उनका धन्यवाद किया कि वे क्षेत्र की चिंता कर रहे हैं।
- उन्होंने प्रहरी भर्ती योजना को सुरक्षा और रोजगार सृजन का महत्वपूर्ण कदम बताया, जो तकनीकी अड़चनों के कारण रुकी हुई है लेकिन जल्द शुरू होगी।
- टोप्पो ने भगत पर निशाना साधते हुए कहा कि क्षेत्र की जनता ने उन्हें 20 वर्षों का समय दिया, लेकिन उन्होंने विकास के लिए कुछ नहीं किया।
प्रहरी भर्ती योजना: सुरक्षा और रोजगार का समाधान
सीतापुर क्षेत्र में बढ़ती चोरी और अपराध की घटनाओं को रोकने के लिए विधायक रामकुमार टोप्पो ने प्रहरी भर्ती योजना का प्रस्ताव रखा था। इस योजना का उद्देश्य:
- स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान करना।
- क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करना।
हालांकि, तकनीकी बाधाओं के कारण योजना फिलहाल लंबित है, लेकिन इसे जल्द लागू करने का दावा किया गया है।
जुबानी जंग: राजनीतिक समीकरण
सीतापुर विधानसभा क्षेत्र में लंबे समय से पूर्व मंत्री अमरजीत भगत और विधायक रामकुमार टोप्पो के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं।
- भगत ने कई बार टोप्पो की योजनाओं और कार्यों पर सवाल उठाए हैं।
- वहीं, टोप्पो ने हर बार पलटवार करते हुए क्षेत्र के विकास में भगत की निष्क्रियता को उजागर किया है।
छत्तीसगढ़ के सीतापुर क्षेत्र में राजनीतिक बयानबाजी जनता के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों जैसे सुरक्षा और रोजगार पर केंद्रित है। प्रहरी भर्ती योजना को लेकर दोनों नेताओं के बीच चल रही बहस क्षेत्रीय विकास और राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकती है।