बलरामपुर, छत्तीसगढ – बलरामपुर जिले के मुरका गांव के जंगल में एक नर हाथी का शव बरामद हुआ है। यह घटना बलरामपुर वन परिक्षेत्र के मानिकपुर सर्किल क्षेत्र के मुरका गांव में घटी, जहां वन विभाग ने हाथी की मौत के कारणों की जांच शुरू कर दी है।

घटना का विवरण:
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, हाल ही में 9 हाथियों का एक दल वार्डफनगर रेंज में विचरण कर रहा था। इनमें से 6 हाथी जंगल में बिछड़ गए थे, और एक हाथी मुरका गांव के एक किसान के खेत में घुस गया। किसान ने खेत में फसल को जंगली जानवरों से बचाने के लिए कांटेदार तार (करंट बिछाना) लगाया था। उसी खेत में यह नर हाथी मृत पाया गया।
हाथी की मौत का कारण:
हाथी की मौत का कारण फिलहाल अज्ञात है। वन विभाग की टीम ने शव का निरीक्षण किया और परिस्थितियों का अध्ययन करने की कोशिश की है। अधिकारी इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं और पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही हाथी की मौत का सही कारण स्पष्ट हो सकेगा।
संदिग्ध परिस्थितियां और जांच:
सूत्रों के अनुसार, यह भी संभावना जताई जा रही है कि हाथी की मौत कांटेदार तार की वजह से हुई हो सकती है। हालांकि, जांच के दौरान अधिकारियों ने मृतक हाथी के शव के पास मौजूद परिस्थितियों का भी ध्यान रखा है, और संभावित कारणों की जांच की जा रही है।
वन विभाग की कार्रवाई:
वन विभाग के अधिकारी इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं। पूछताछ के लिए स्थानीय लोगों से भी जानकारी ली जा रही है। मौत के कारणों का पता पीएम रिपोर्ट के बाद ही लग सकेगा।
अशोक तिवारी, वन मंडल अधिकारी ने बताया कि वे इस मामले को प्राथमिकता से देख रहे हैं और जल्द ही सबूतों के आधार पर मौत के सही कारण का पता लगाया जाएगा।